Congress Social media : कांग्रेस सोशल मीडिया सम्मलेन
अब शायद काग्रेस के लिए लोगो का प्यार जगा है क्यों की
अगर काँग्रेस पार्टी को करोड़ो लोग चाहने वाले है तो उनमें से वो एक है !!
अगर काँग्रेस पार्टी को लाखों लोग चाहने वाले है तो उनमें से वो एक है !!
अगर काँग्रेस पार्टी को हजारों लोग चाहने वाले है तो उनमें से वो एक है !!
अगर काँग्रेस पार्टी को सैकडों लोग चाहने वाले है तो उनमें से वो एक है !!
अगर काँग्रेस पार्टी को दस लोग चाहने वाले है तो उनमें से वो एक है !!
और अगर काँग्रेस पार्टी केवल एक चाहने वाला है तो निश्चित रूप से वो मै ही हूँ
अगर काँग्रेस पार्टी का कोई भी चाहने वाला नही तो इसका मतलब है कि मै अब इस दुनिया में नही हूँ
अगर पूरी दुनिया काँग्रेस पार्टी के खिलाफ है तो मै पूरी दुनिया के खिलाफ वो एक है !!
जब तक हम सब काग्रेस के समर्थको का अस्तित्व है हम हर हाल में काँग्रेस पार्टी के साथ है , उनके कट्टर समर्थक जो मरते दम तक उसका साथ नही छोड़ेगा..
हम एक कट्टर काँग्रेस पार्टी समर्थक।
👏👏👏👏👏👏👏👏👏
कांग्रेस ने 2004 से 2014 के अपने केंद्र के शासन काल में जितना अच्छा काम किया वह कोई सरकार दोहरा नहीं सकती। कमी रही अपने काम को जनता तक न पहुचा पाने की।
कांग्रेस ने अच्छे प्रवक्ताओं की टीम भी नहीं बनायीं। ऐसा नहीं है की कांग्रेस के पास हिंदी के अच्छे वक्ताओं की कमी है। पर उनका सही उपयोग नहीं किया गया. जिसका फल कांग्रेस भुगत रही है।
राजीव गाँधी की तरह राहुल गाँधी भी सत्ता के लिए लालायित नेता नहीं हैं. राहुल चाहते तो उन 10 सालों में न केवल केंद्रीय मंत्री रह सकते थे बल्कि अगर चाहते तो प्रधान मंत्री तक बन सकते थे। पर वे संगठन कामों में लगे रहे। सीखते रहे, कार्यकर्ता की तरह काम करते रहे।
हममें से अधिकतर लोग राहुल गाँधी को कांग्रेस की सारी कमजोरियों का जिम्मेदार मान लेते हैं। जो मेरी निगाह में गलत है।
विरोधी पार्टियां कांग्रेस के भावी सेनापति पर आक्रमण करती रही हैं, उन्हें पता है की राहुल गाँधी को अयोग्य ठहरा कर ही वे कांग्रेस को पछाड़ सकती हैं। कांग्रेस के अकर्मण्य नेता अगर अपने सेनापति का बचाव नहीं कर सकते तो किसके सहारे वे अपनी भावी जंग लड़ने की तैयारी करेंगे। राहुल गाँधी राजनीती की कुटिलता से उतने परिचित भले न हों पर उनकी सहृदयता, उनकी नीयत पर मुझे किंचित भी संदेह नहीं है।
वह एक ऐसे व्यक्ति और संगठन के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं जिन्हें झूठ बोलने , अफवाहें फ़ैलाने , भय और भ्रम की राजनीती करने में निपुणता हासिल है। जिनकी नीति , नीयत और काबिलियत हमेशा से संदेह के घेरे में रही है।
कांग्रेस इस देश की धमनियों में रक्त की भांति व्याप्त है। उसे ऑक्सीजन देकर ही इस देश को बचाया, बढ़ाया और बनाया जा सकता है। कांग्रेस के सिपाहियों के लिए यह परीक्षा का समय है। वे अगर इस परीक्षा में पास नहीं होंगे तो स्वर्ग में बैठी स्वन्त्रता संग्राम के शहीदों की आत्मा उन्हें कभी माफ़ नहीं करेगी।
कांग्रेस के सिपाहियों के लिए सन्देश -
युद्ध कर - युद्ध कर - युद्ध कर
जीत का वर नहीं- हार का डर नहीं
काल भी हो सामने तो उससे दो दो हाथ कर।
युद्ध कर - युद्ध कर - युद्ध कर।
घना अंधकार है, देश की पुकार है
ले मशाल क्रांति की, अंधेरों पे वार कर।
जाति वाद - प्रान्त वाद और धर्म का विवाद
देश में लगे हुए , घुनों पर प्रहार कर।
युद्ध कर - युद्ध कर
हाला की ये सम्मलेन काग्रेस के समर्थित वालंटियर्स द्वारा ही किया जा रहा है, अपनी बात काग्रेस तक पहुचने की जिसमे बड़े भाई श्री S. P पांडे जी का सबसे बड़ा सहयोग है, वस्तुतः अभी तक मेरे पास जितने जानकारी है उसके हिसाब से २० मई २०१७ दिन शनि वार को इस पोस्टर के हिसाब से आयोजित होना सुनिश्चित हुवा है.
#चलोदिल्ली- #मिलोदिल्ली
हम कांग्रेस सोशल मीडिया के हजारों जुझारू,संघर्षशील,सक्रिय, शुभचिन्तक- शाम 4 बजे, 20 मई 2017 को वालनकर आडिटोरियम, रफी मार्ग, नई दिल्ली में मिल रहे है। इसमें से ज्यादातर लोग पुश्तैनी कांग्रेसी विचारधारा की तीसरी/चौथी पीढ़ी है और कांग्रेस की छवि सुधारने व पुनः नई ऊर्जा देने के लिए कटिबद्ध है। इसमें मुख्यता हिन्दी भाषी प्रदेश के सभी आयु,वर्ग,जाति, धर्म के महिला,पुरूष सम्मिलित है।अधिकतर लोग कांग्रेस पार्टी के फेसबुक पेज, फेसबुक ग्रुप, वाट्सप ग्रुप के एडमिन है और अपनी पहुँच व सुविधा के अनुसार देशहित व कांग्रेस पार्टी हित में यथोचित, निरंतर,अतुलनीय प्रयास करते रहते हैं।
#दिल्लीचलो - #दिल्लीमिलो के पीछे की पृष्ठभूमि :-
फेसबुक/ वाट्सप की सुविधा 2011 में शुरू हो गयी थी। 2013 में दोनों का राजनीतिक इस्तेमाल शुरू हुआ। कांग्रेस पार्टी के इतिहास, नेताओं, उनकी कामयाबी को देश के सामने तोड़ मरोड़कर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया जाने लगा। गाँधी नेहरू परिवार के चरित्र हनन व उन्हें हिन्दू विरोधी तथा भारत को हिन्दू कट्टरवादी राष्ट्र के सपने दिखाया जाने लगा। ये सब करने वाले संघ/भाजपा/बजरंग दल/युवा वाहिनी/ दुर्गा वाहिनी/ स्वदेशी जागरण मंच/ बाबा रामदेव/ अन्ना हजारे/ केजरीवाल/ लोकपाल/ श्री श्री रविशंकर जैसे लोग तरह तरह के लुभावने जुमले फेसबुक पर पोस्ट करने लगे। ये एक संगठित रूप में हो रहा था। कांग्रेस पार्टी का संगठन कमजोर किया जा रहा था। उद्योगपतियों द्वारा प्रायोजित इस खेल में फरजी नामो पर आय डी थे जैसे एक ही व्यक्ति महिला/ पुरुष/ हिन्दू/ दलित/ मुस्लिम जैसे कई आयडी से पोस्ट बनाकर शेयर करता था और मतदाताओ का धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण शुरू करवाया।
उस पर हम जैसे कांग्रेसी खून वाले लोग जो कि असलियत जानते है, उनसे भिड़ते थे, अपना पक्ष रखते थे, लोगो को गुमराह न होने से बचाने की कोशिश करते थे लेकिन कहां हम 10/20 कहां वो सैकड़ों आयडी से। इतने बड़े सिस्टम से लड़ना नामुमकिन था। मेरी फेसबुक आयडी ब्लाक करवा दी गयी। फिर दूसरी आयडी बनायी। मैंने कई फेसबुक ग्रुप बनाए, वहाँ पर हमारे जैसे लोग मिलते गये। अपने कौन- विरोधी कौन, UNFRIEND / BLOCK करने लगे। धीरे धीरे फेसबुक पर सब बारीकियां समझ में आ गयी। सैकड़ों हजारों कांग्रेसी दोस्तों की फौज बन चुकी है। कुछ भी वायरल करना हो, चुटकी का काम बन गया है। वेतनभोगी विरोधी फेसबुकिया अब दुम दबाकर भाग जाते है।
हमारे जैसे लोगों को कांग्रेसी नेता/संगठन जानते है, हमारी बातो को समझते है, कड़वी वास्तविकता व सच्चाई वाली पोस्ट भी पसंद करते है लेकिन कुछ प्रतिक्रिया पोस्ट पर नहीं देते क्योंकि... वो किसी न किसी पद या जिम्मेदारी से बंधे है। हम लोग विरोधियों को मुँहतोड़ जवाब देते है, कांग्रेस विचारधारा का पुरजोर समर्थन करते हैं लेकिन हमारे अन्दर दो कमी है, पहली कि गलत को गलत कहते है जिससे उसमें सुधार हो और दूसरा कि अन्दरूनी गुटबाजी में विश्वास नहीं करते।
हमारे कई वाट्सप अप ग्रुप है जहाँ हम सब लड़ भी जाते है, एक दूसरे पर आक्षेप भी लगाते है और फिर मिल जाते है। हम एक दूसरे को व्यक्तिगत नहीं जानते है। फोन पर भी बात होती है।मुलाकात नहीं है। हम लोगों ने यूपी/पंजाब विधानसभा चुनाव के बाद हतोत्साहित थे। आपस मे घंटो बात करते थे। तय हुआ कि दिल्ली में सब कोई मिले, आपस में मुलाकात हो, आलाकमान से भी मिला जाए। तारीख तय हुई 20 मई। 21 मई ,रविवार कम्यूटर क्रांति के जनक पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गाँधी जी की पुण्यतिथि के एक दिन पहले। इस दिन अधिकतम कांग्रेस के नेता मौजूद रहते है।
यह सच है कि यह कांग्रेस पार्टी का कार्यक्रम नहीं है लेकिन यह काग्रेस पार्टी व विचारधारा के लिए निःस्वार्थ लड़ रहे हजारों शुभचिन्तको का मनोबल बढाने का कार्यक्रम है। आप सब आएँ। कार्यक्रम के सूत्रधार, कार्यक्रम के मुख्यवक्ता, कार्यक्रम के सरंक्षक व सम्मिलित होने वाले लोगों को जानना है तो जरूर आएँ।
कांग्रेस के सभी छोटे/ बड़े नेताओं से भी निवेदन है AICC मे, पंजाब,हिमाचल, बिहार, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड से आ रहे लोगों से मुलाकात कर उत्साहवर्धन करें। सब को उम्मीद है कि हमारे भावी प्रधानमंत्री श्री राहुल गाँधी जी से भी मुलाकात हो जिनके लिए हम दिन रात मेहनत करते है।
जय हिन्द जय कांग्रेसअब इसी दिशा में कांग्रेस सोशल मीडिया के हजारों जुझारू,संघर्षशील,सक्रिय, शुभचिन्तक- शाम 4 बजे, 20 मई 2017 को वालनकर आडिटोरियम, रफी मार्ग, नई दिल्ली में मिल रहे है। इसमें से ज्यादातर लोग पुश्तैनी कांग्रेसी विचारधारा की तीसरी/चौथी पीढ़ी है और कांग्रेस की छवि सुधारने व पुनः नई ऊर्जा देने के लिए कटिबद्ध है।
इसमें मुख्यता हिन्दी भाषी प्रदेश के सभी आयु,वर्ग,जाति, धर्म के महिला,पुरूष सम्मिलित है।अधिकतर लोग कांग्रेस पार्टी के फेसबुक पेज, फेसबुक ग्रुप, वाट्सप ग्रुप के एडमिन है और अपनी पहुँच व सुविधा के अनुसार देशहित व कांग्रेस पार्टी हित में यथोचित, निरंतर,अतुलनीय प्रयास करते रहते हैं।
इस सम्मलेन में काग्रेस के खिलाफ दुष्प्रचार से कैसे लड़ा जाय, लोगो के vewe समझने का प्रयास किया जायेगा. सोसल मिडिया से इसका गाँधी वादी तरीके से कैसे जवाब दिया जाये इस पर भी चर्चा हो सकती है
आप भी इस पोस्ट के पड़ने के बाद इस लिंक से काग्रेस समर्थित ग्रुप और पेज पर शेयर कर सकते है
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कांग्रेस सोशल मीडिया के हजारों जुझारू,संघर्षशील,सक्रिय, शुभचिन्तक- शाम 4 बजे, 20 मई 2017 को वालनकर आडिटोरियम, रफी मार्ग, नई दिल्ली में मिल रहे है। इसमें से ज्यादातर लोग पुश्तैनी कांग्रेसी विचारधारा की तीसरी/चौथी पीढ़ी है और कांग्रेस की छवि सुधारने व पुनः नई ऊर्जा देने के लिए कटिबद्ध है।
इसमें मुख्यता हिन्दी भाषी प्रदेश के सभी आयु,वर्ग,जाति, धर्म के महिला,पुरूष सम्मिलित है।अधिकतर लोग कांग्रेस पार्टी के फेसबुक पेज, फेसबुक ग्रुप, वाट्सप ग्रुप के एडमिन है और अपनी पहुँच व सुविधा के अनुसार देशहित व कांग्रेस पार्टी हित में यथोचित, निरंतर,अतुलनीय प्रयास करते रहते हैं। : इस लिंक कर आप क्लिक कर के पूरी जानकारी ले सकते है : https://goo.gl/mqc6q4
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वैसे तो काग्रेस समर्थक बहुत पेज है
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काग्रेस समर्थन कार्यकर्ताओ के लिस्ट के लिए यहाँ क्लिक करे
फ़िलहाल आप इस कार्यक्रम के लिए संपर्क कर सकते है
अगर आप भाग लेने के इक्षुक है, या आप काग्रेस से जुड़ना चाहते है तो ये Im With Congress सर्वे फार्म (सोशल मिडिया काग्रेसी योद्धा सम्मेलन ) भरे
या आप से मिले :
Manoj Kumar Sharma Whats APP : +91 87188 03555
Deepak Sharma Whats APP : +91 99993 59849
Pramod Singh Whats APP : +91 77386 28933
अगर काँग्रेस पार्टी को करोड़ो लोग चाहने वाले है तो उनमें से वो एक है !!
अगर काँग्रेस पार्टी को लाखों लोग चाहने वाले है तो उनमें से वो एक है !!
अगर काँग्रेस पार्टी को हजारों लोग चाहने वाले है तो उनमें से वो एक है !!
अगर काँग्रेस पार्टी को सैकडों लोग चाहने वाले है तो उनमें से वो एक है !!
अगर काँग्रेस पार्टी को दस लोग चाहने वाले है तो उनमें से वो एक है !!
और अगर काँग्रेस पार्टी केवल एक चाहने वाला है तो निश्चित रूप से वो मै ही हूँ
अगर काँग्रेस पार्टी का कोई भी चाहने वाला नही तो इसका मतलब है कि मै अब इस दुनिया में नही हूँ
अगर पूरी दुनिया काँग्रेस पार्टी के खिलाफ है तो मै पूरी दुनिया के खिलाफ वो एक है !!
जब तक हम सब काग्रेस के समर्थको का अस्तित्व है हम हर हाल में काँग्रेस पार्टी के साथ है , उनके कट्टर समर्थक जो मरते दम तक उसका साथ नही छोड़ेगा..
हम एक कट्टर काँग्रेस पार्टी समर्थक।
👏👏👏👏👏👏👏👏👏
कांग्रेस ने 2004 से 2014 के अपने केंद्र के शासन काल में जितना अच्छा काम किया वह कोई सरकार दोहरा नहीं सकती। कमी रही अपने काम को जनता तक न पहुचा पाने की।
कांग्रेस ने अच्छे प्रवक्ताओं की टीम भी नहीं बनायीं। ऐसा नहीं है की कांग्रेस के पास हिंदी के अच्छे वक्ताओं की कमी है। पर उनका सही उपयोग नहीं किया गया. जिसका फल कांग्रेस भुगत रही है।
राजीव गाँधी की तरह राहुल गाँधी भी सत्ता के लिए लालायित नेता नहीं हैं. राहुल चाहते तो उन 10 सालों में न केवल केंद्रीय मंत्री रह सकते थे बल्कि अगर चाहते तो प्रधान मंत्री तक बन सकते थे। पर वे संगठन कामों में लगे रहे। सीखते रहे, कार्यकर्ता की तरह काम करते रहे।
हममें से अधिकतर लोग राहुल गाँधी को कांग्रेस की सारी कमजोरियों का जिम्मेदार मान लेते हैं। जो मेरी निगाह में गलत है।
विरोधी पार्टियां कांग्रेस के भावी सेनापति पर आक्रमण करती रही हैं, उन्हें पता है की राहुल गाँधी को अयोग्य ठहरा कर ही वे कांग्रेस को पछाड़ सकती हैं। कांग्रेस के अकर्मण्य नेता अगर अपने सेनापति का बचाव नहीं कर सकते तो किसके सहारे वे अपनी भावी जंग लड़ने की तैयारी करेंगे। राहुल गाँधी राजनीती की कुटिलता से उतने परिचित भले न हों पर उनकी सहृदयता, उनकी नीयत पर मुझे किंचित भी संदेह नहीं है।
वह एक ऐसे व्यक्ति और संगठन के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं जिन्हें झूठ बोलने , अफवाहें फ़ैलाने , भय और भ्रम की राजनीती करने में निपुणता हासिल है। जिनकी नीति , नीयत और काबिलियत हमेशा से संदेह के घेरे में रही है।
कांग्रेस इस देश की धमनियों में रक्त की भांति व्याप्त है। उसे ऑक्सीजन देकर ही इस देश को बचाया, बढ़ाया और बनाया जा सकता है। कांग्रेस के सिपाहियों के लिए यह परीक्षा का समय है। वे अगर इस परीक्षा में पास नहीं होंगे तो स्वर्ग में बैठी स्वन्त्रता संग्राम के शहीदों की आत्मा उन्हें कभी माफ़ नहीं करेगी।
कांग्रेस के सिपाहियों के लिए सन्देश -
युद्ध कर - युद्ध कर - युद्ध कर
जीत का वर नहीं- हार का डर नहीं
काल भी हो सामने तो उससे दो दो हाथ कर।
युद्ध कर - युद्ध कर - युद्ध कर।
घना अंधकार है, देश की पुकार है
ले मशाल क्रांति की, अंधेरों पे वार कर।
जाति वाद - प्रान्त वाद और धर्म का विवाद
देश में लगे हुए , घुनों पर प्रहार कर।
युद्ध कर - युद्ध कर
हाला की ये सम्मलेन काग्रेस के समर्थित वालंटियर्स द्वारा ही किया जा रहा है, अपनी बात काग्रेस तक पहुचने की जिसमे बड़े भाई श्री S. P पांडे जी का सबसे बड़ा सहयोग है, वस्तुतः अभी तक मेरे पास जितने जानकारी है उसके हिसाब से २० मई २०१७ दिन शनि वार को इस पोस्टर के हिसाब से आयोजित होना सुनिश्चित हुवा है.
#चलोदिल्ली- #मिलोदिल्ली
हम कांग्रेस सोशल मीडिया के हजारों जुझारू,संघर्षशील,सक्रिय, शुभचिन्तक- शाम 4 बजे, 20 मई 2017 को वालनकर आडिटोरियम, रफी मार्ग, नई दिल्ली में मिल रहे है। इसमें से ज्यादातर लोग पुश्तैनी कांग्रेसी विचारधारा की तीसरी/चौथी पीढ़ी है और कांग्रेस की छवि सुधारने व पुनः नई ऊर्जा देने के लिए कटिबद्ध है। इसमें मुख्यता हिन्दी भाषी प्रदेश के सभी आयु,वर्ग,जाति, धर्म के महिला,पुरूष सम्मिलित है।अधिकतर लोग कांग्रेस पार्टी के फेसबुक पेज, फेसबुक ग्रुप, वाट्सप ग्रुप के एडमिन है और अपनी पहुँच व सुविधा के अनुसार देशहित व कांग्रेस पार्टी हित में यथोचित, निरंतर,अतुलनीय प्रयास करते रहते हैं।
#दिल्लीचलो - #दिल्लीमिलो के पीछे की पृष्ठभूमि :-
फेसबुक/ वाट्सप की सुविधा 2011 में शुरू हो गयी थी। 2013 में दोनों का राजनीतिक इस्तेमाल शुरू हुआ। कांग्रेस पार्टी के इतिहास, नेताओं, उनकी कामयाबी को देश के सामने तोड़ मरोड़कर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया जाने लगा। गाँधी नेहरू परिवार के चरित्र हनन व उन्हें हिन्दू विरोधी तथा भारत को हिन्दू कट्टरवादी राष्ट्र के सपने दिखाया जाने लगा। ये सब करने वाले संघ/भाजपा/बजरंग दल/युवा वाहिनी/ दुर्गा वाहिनी/ स्वदेशी जागरण मंच/ बाबा रामदेव/ अन्ना हजारे/ केजरीवाल/ लोकपाल/ श्री श्री रविशंकर जैसे लोग तरह तरह के लुभावने जुमले फेसबुक पर पोस्ट करने लगे। ये एक संगठित रूप में हो रहा था। कांग्रेस पार्टी का संगठन कमजोर किया जा रहा था। उद्योगपतियों द्वारा प्रायोजित इस खेल में फरजी नामो पर आय डी थे जैसे एक ही व्यक्ति महिला/ पुरुष/ हिन्दू/ दलित/ मुस्लिम जैसे कई आयडी से पोस्ट बनाकर शेयर करता था और मतदाताओ का धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण शुरू करवाया।
उस पर हम जैसे कांग्रेसी खून वाले लोग जो कि असलियत जानते है, उनसे भिड़ते थे, अपना पक्ष रखते थे, लोगो को गुमराह न होने से बचाने की कोशिश करते थे लेकिन कहां हम 10/20 कहां वो सैकड़ों आयडी से। इतने बड़े सिस्टम से लड़ना नामुमकिन था। मेरी फेसबुक आयडी ब्लाक करवा दी गयी। फिर दूसरी आयडी बनायी। मैंने कई फेसबुक ग्रुप बनाए, वहाँ पर हमारे जैसे लोग मिलते गये। अपने कौन- विरोधी कौन, UNFRIEND / BLOCK करने लगे। धीरे धीरे फेसबुक पर सब बारीकियां समझ में आ गयी। सैकड़ों हजारों कांग्रेसी दोस्तों की फौज बन चुकी है। कुछ भी वायरल करना हो, चुटकी का काम बन गया है। वेतनभोगी विरोधी फेसबुकिया अब दुम दबाकर भाग जाते है।
हमारे जैसे लोगों को कांग्रेसी नेता/संगठन जानते है, हमारी बातो को समझते है, कड़वी वास्तविकता व सच्चाई वाली पोस्ट भी पसंद करते है लेकिन कुछ प्रतिक्रिया पोस्ट पर नहीं देते क्योंकि... वो किसी न किसी पद या जिम्मेदारी से बंधे है। हम लोग विरोधियों को मुँहतोड़ जवाब देते है, कांग्रेस विचारधारा का पुरजोर समर्थन करते हैं लेकिन हमारे अन्दर दो कमी है, पहली कि गलत को गलत कहते है जिससे उसमें सुधार हो और दूसरा कि अन्दरूनी गुटबाजी में विश्वास नहीं करते।
हमारे कई वाट्सप अप ग्रुप है जहाँ हम सब लड़ भी जाते है, एक दूसरे पर आक्षेप भी लगाते है और फिर मिल जाते है। हम एक दूसरे को व्यक्तिगत नहीं जानते है। फोन पर भी बात होती है।मुलाकात नहीं है। हम लोगों ने यूपी/पंजाब विधानसभा चुनाव के बाद हतोत्साहित थे। आपस मे घंटो बात करते थे। तय हुआ कि दिल्ली में सब कोई मिले, आपस में मुलाकात हो, आलाकमान से भी मिला जाए। तारीख तय हुई 20 मई। 21 मई ,रविवार कम्यूटर क्रांति के जनक पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गाँधी जी की पुण्यतिथि के एक दिन पहले। इस दिन अधिकतम कांग्रेस के नेता मौजूद रहते है।
यह सच है कि यह कांग्रेस पार्टी का कार्यक्रम नहीं है लेकिन यह काग्रेस पार्टी व विचारधारा के लिए निःस्वार्थ लड़ रहे हजारों शुभचिन्तको का मनोबल बढाने का कार्यक्रम है। आप सब आएँ। कार्यक्रम के सूत्रधार, कार्यक्रम के मुख्यवक्ता, कार्यक्रम के सरंक्षक व सम्मिलित होने वाले लोगों को जानना है तो जरूर आएँ।
कांग्रेस के सभी छोटे/ बड़े नेताओं से भी निवेदन है AICC मे, पंजाब,हिमाचल, बिहार, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड से आ रहे लोगों से मुलाकात कर उत्साहवर्धन करें। सब को उम्मीद है कि हमारे भावी प्रधानमंत्री श्री राहुल गाँधी जी से भी मुलाकात हो जिनके लिए हम दिन रात मेहनत करते है।
जय हिन्द जय कांग्रेसअब इसी दिशा में कांग्रेस सोशल मीडिया के हजारों जुझारू,संघर्षशील,सक्रिय, शुभचिन्तक- शाम 4 बजे, 20 मई 2017 को वालनकर आडिटोरियम, रफी मार्ग, नई दिल्ली में मिल रहे है। इसमें से ज्यादातर लोग पुश्तैनी कांग्रेसी विचारधारा की तीसरी/चौथी पीढ़ी है और कांग्रेस की छवि सुधारने व पुनः नई ऊर्जा देने के लिए कटिबद्ध है।
इसमें मुख्यता हिन्दी भाषी प्रदेश के सभी आयु,वर्ग,जाति, धर्म के महिला,पुरूष सम्मिलित है।अधिकतर लोग कांग्रेस पार्टी के फेसबुक पेज, फेसबुक ग्रुप, वाट्सप ग्रुप के एडमिन है और अपनी पहुँच व सुविधा के अनुसार देशहित व कांग्रेस पार्टी हित में यथोचित, निरंतर,अतुलनीय प्रयास करते रहते हैं।
इस सम्मलेन में एक कार्य निति तय की जाएगी आप को तो पता चल ही गया होगा की आज काग्रेस की सोसल मिडिया की कमान बदल दी गई हाई जो आप इस लिंक पर पड़ सकते है.
इस सम्मलेन में काग्रेस के खिलाफ दुष्प्रचार से कैसे लड़ा जाय, लोगो के vewe समझने का प्रयास किया जायेगा. सोसल मिडिया से इसका गाँधी वादी तरीके से कैसे जवाब दिया जाये इस पर भी चर्चा हो सकती है
आप भी इस पोस्ट के पड़ने के बाद इस लिंक से काग्रेस समर्थित ग्रुप और पेज पर शेयर कर सकते है
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कांग्रेस सोशल मीडिया के हजारों जुझारू,संघर्षशील,सक्रिय, शुभचिन्तक- शाम 4 बजे, 20 मई 2017 को वालनकर आडिटोरियम, रफी मार्ग, नई दिल्ली में मिल रहे है। इसमें से ज्यादातर लोग पुश्तैनी कांग्रेसी विचारधारा की तीसरी/चौथी पीढ़ी है और कांग्रेस की छवि सुधारने व पुनः नई ऊर्जा देने के लिए कटिबद्ध है।
इसमें मुख्यता हिन्दी भाषी प्रदेश के सभी आयु,वर्ग,जाति, धर्म के महिला,पुरूष सम्मिलित है।अधिकतर लोग कांग्रेस पार्टी के फेसबुक पेज, फेसबुक ग्रुप, वाट्सप ग्रुप के एडमिन है और अपनी पहुँच व सुविधा के अनुसार देशहित व कांग्रेस पार्टी हित में यथोचित, निरंतर,अतुलनीय प्रयास करते रहते हैं। : इस लिंक कर आप क्लिक कर के पूरी जानकारी ले सकते है : https://goo.gl/mqc6q4
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