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    Social media : सोशल मीडिया विज्ञापन: एक सम्पूर्ण गाइड

    दोस्तों, अब दिल्ही के सोसल मिडिया सम्मलेन का समय नजदीक हो चूका है , मैंने पहले भी कहा था की मै कोई राजनितिक ब्यक्ति नहीं, बस एक काग्रेसी हु, कोई राजनैतिक शौख नहीं, पहले भी बताया था की मै सोसल मिडिया का कीड़ा हु, एक रिसर्च तो कर ही चुके है, चुकी आप सभी लोगो से मिलने का सौभाग्य मिल रहा है, ये मेरी खुसनासीबी ही है, आप सभी के अन्दर जूनून है, काग्रेस की इस हालत के बाद भी जहा हर हजार में १ काग्रेस को प्यार करता है, ऐसा क्यों? सोचा है कभी, शायद काग्रेस पार्टी ने भी कभी इस बात का सर्वे न कराया हो की आम जनता में उसकी कितनी पहुच है, लेकिन ऐसी हर राजनितिक पार्टी पैसे दे कर करवाती है , वैसे दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है नेल्सन   दुनिया के कितने देशो में काम करती है, आप उसकी वेब साइड पर जा के देख सकते है,

    खैर मै सोसल मिडिया के बारे में बात कर रहा था, विज्ञापन क्यों जरुरी है ? आप इस लिंक पा बहुत से लेख है वहा जा कर पड़ सकते है

    पहले इसके लिए आप को ब्रांड बनाना होगा ब्रांड
    यहाँ पड़ ले :

    किसी भी ब्रांड बनाने के लिए कुछ एक्टिविटीज करनी पड़ती है , जिसे

    ATL (एटियल) एक्टिविटीज और
    BTL (बीटील ) एक्टिविटीज कहते है

    ATL में टीवी/प्रिंट/रेडिओ और इन्टरनेट आते है
    BTL में पोस्टर, पम्पलेट, बैनर , होर्डिंग आते है, अभी एक नया एक्टिविटीज जुड़ा है एक्टिवेशन

    खैर, इस ग्रुप में ATL के तहत  इंटरनेट के प्रयोग करता आ रहे है  और BTL के तहत पोस्टर बनाने वाले है,
    ये जानकारी आप के लिए थोड़ी अलग होगी, लेकिन आप सभी लोग एक बेहतर लेखक है जिसमे भाई मनोज जी एक बेहतरीन ब्लागर है, जो एक दम बिंदास लिखते है, वैसे सब बेहतर है, मै सबकी वाल पर टहल लेता हु, सभी के प्रयास को साधुवाद..

    आगे लेख को और आयाम दुगा आज सिर्फ सोसल मिडिया के बारे में बता रहा हु

    अब ये कोई आच्शार्य नहीं है की डिजिटल विज्ञापन सबसे अधिक मार्केटिंग अभियानों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। अभी गूगल में एक रिपोर्ट देख रहा था की २०१३ में भारत में इंटरनेट विज्ञापन खर्च अखबारों के विज्ञापन खर्च से अधिक हो गया, और अमेरिका की ये प्रसिद्द कंपनी eMarketer  ने भविष्यवाणी की है कि इस साल के अंत तक यह पहली बार टीवी विज्ञापन खर्च से आगे निकल जाएगा। संख्याएं बहुत बड़ी हैं: 2016 में अकेले संयुक्त राज्य अमेरिका में डिजिटल विज्ञापन पर खर्च किए अनुमानित $ 72.0 9 बिलियन, एक संख्या अगले वर्ष 82 अरब डॉलर से अधिक और 2020 तक 113 अरब डॉलर से अधिक होने की उम्मीद है। भारत में क्या हो रहा है आप देख ही रहे है , चुकी सोसल मिडिया मेरा पसंदीदा सब्जेक्ट रहा है, अब भारत में इसकी ज्यादा जानकारी नहीं है , लोग अपने ज्ञान के प्रकाश को बांट रहे है, अगर ये लेख आप के काम में आ जाये तो लिखना सफल हो जायेगा , क्यों की इस मार्केटिंग की जो भी कंपनिया है वो महत महगी है , एक साधारण आदमी एफोर्ट नहीं कर पायेगा,

    सामाजिक मीडिया के कई रूप हैं जिनमें कि इन्टरनेट फोरम, वेबलॉग, सामाजिक ब्लॉग, माइक्रोब्लागिंग, विकीज, सोशल नेटवर्क, पॉडकास्ट, फोटोग्राफ, चित्र, चलचित्र आदि सभी आते हैं। अपनी सेवाओं के अनुसार सोशल मीडिया के लिए कई संचार प्रौद्योगिकी उपलब्ध हैं। उदाहरणार्थ-

    •    सहयोगी परियोजना (उदाहरण के लिए, विकिपीडिया)
    •    ब्लॉग और माइक्रोब्लॉग (उदाहरण के लिए, ट्विटर)
    •    सोशल खबर नेटवर्किंग साइट्स (उदाहरण के लिए डिग और लेकरनेट)
    •    सामग्री समुदाय (उदाहरण के लिए, यूट्यूब और डेली मोशन)
    •    सामाजिक नेटवर्किंग साइट (उदाहरण के लिए, फेसबुक)
    •    आभासी खेल दुनिया (जैसे, वर्ल्ड ऑफ़ वॉरक्राफ्ट)
    •    आभासी सामाजिक दुनिया (जैसे सेकंड लाइफ)

    दुनिया में दो तरह की सिविलाइजेशन का दौर शुरू हो चुका है, वर्चुअल और फिजीकल सिविलाइजेशन। आने वाले समय में जल्द ही दुनिया की आबादी से दो-तीन गुना अधिक आबादी अंतर्जाल पर होगी। दरअसल, अंतर्जाल एक ऐसी टेक्नोलाजी के रूप में हमारे सामने आया है, जो उपयोग के लिए सबको उपलब्ध है और सर्वहिताय है। सोशल नेटवर्किंग साइट्स संचार व सूचना का सशक्त जरिया हैं, जिनके माध्यम से लोग अपनी बात बिना किसी रोक-टोक के रख पाते हैं। यही से सामाजिक मीडिया का स्वरूप विकसित हुआ है।

    जन सामान्य तक पहुँच होने के कारण सामाजिक मीडिया को लोगों तक विज्ञापन पहुँचाने के सबसे अच्छा जरिया समझा जाता है। हाल ही के कुछ एक सालो में इंडस्ट्री में ऐसी क्रांति देखी जा रही है। फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उपभोक्ताओं का वर्गीकरण विभिन्न मानकों के अनुसार किया जाता है जिसमें उनकी आयु, रूचि, लिंग, गतिविधियों आदि को ध्यान में रखते हुए उसके अनुरूप विज्ञापन दिखाए जाते हैं। इस विज्ञापन के सकारात्मक परिणाम भी प्राप्त हो रहे हैं साथ ही साथ आलोचना भी की जा रही है।

    यह शायद कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि डिजिटल विज्ञापन में फेसबुक सबसे बड़े खिलाडियों में से एक है, यह दर्शाता है कि सोशल मीडिया विज्ञापन डिजिटल विज्ञापन दुनिया में आगे और केंद्र है। दरअसल, फेसबुक विज्ञापन व्यय को प्रदर्शित करने के लिए पानी से बाहर अन्य सभी डिजिटल गुणों को उड़ा देता है, यूएस में कुल प्रदर्शन विज्ञापन व्यय का 35.4 प्रतिशत, 11.93 अरब डॉलर (तुलनात्मक रूप से दूसरे स्थान पर, Google की तुलना में) $ 4.7 9 बिलियन)

    और यह सिर्फ विज्ञापन प्रदर्शित करता है फेसबुक के कुल सामाजिक विज्ञापन का राजस्व अकेले Q3 2016 में 6.8 अरब डॉलर से अधिक था। लेकिन अन्य सामाजिक नेटवर्क इस पर छिटाने के लिए कुछ भी नहीं है, इसी अवधि में ट्विटर ने सोशल मीडिया विज्ञापन राजस्व में 545 मिलियन डॉलर की कमाई की है। स्नैपचैट 2016 में अपने विज्ञापन प्लेटफॉर्म को लॉन्च करने के बाद, 2016 में सामाजिक विज्ञापनों में $ 367 मिलियन बेचेगा। 2016 में कुल सामाजिक विज्ञापन व्यय 32.97 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। 2018 तक, अकेले फेसबुक नंबर उस नंबर पर होगा

    सोशल मीडिया विज्ञापन आंकड़ों के आधार पर, यह स्पष्ट है कि आपके प्रतिस्पर्धा सामाजिक विज्ञापन प्लेटफार्मों में निवेश कर रहे हैं। आरओआई के संदर्भ में, 95 प्रतिशत से अधिक सोशल मीडिया प्रबंधकों का कहना है कि फेसबुक सबसे अच्छा रिटर्न प्रदान करता है, उसके बाद ट्विटर और इंस्टाग्राम का स्थान मिलता है।

    इस लेख से पहले ये लेख आप पड़ सकते है, तो आप को राजनीती में सोसल मिडिया की मार्केटिंग का मतलब समझ में आएगा

    सोशल मीडिया से बदली भारतीय राजनीति, मोदी ने किया ये बदलाव, हैरत में डालती है ये कहानी..!

    सोशल मीडिया सबसे प्रभावी संचार और विज्ञापन चैनलों में से एक है। लेकिन शोर के माध्यम से कटौती चुनौतीपूर्ण हो सकती है, और अक्सर, विपणक को सामाजिक प्लेटफ़ॉर्म में अपने संदेश को बढ़ाने के लिए भुगतान की गई सामाजिक विपणन रणनीतियों का उपयोग करना चाहिए।

    भले ही आपने सामग्री का एक सचमुच व्यावहारिक टुकड़ा बनाया हो सकता है, सही दर्शकों तक पहुंचना कठिन हो सकता है, खासकर शुरुआत में, जहां कोई आपको या आपके ब्रांड को नहीं जानता है आप अपनी मौजूदा सामग्री को बढ़ावा देने के लिए सामाजिक विज्ञापन का उपयोग कर सकते हैं, उदाहरण के लिए आपकी फेसबुक पोस्ट या आपके ब्लॉग।

    सोशल मीडिया पर अत्यधिक लक्षित विज्ञापन आपको उन लोगों तक पहुंचने में मदद कर सकता है जो आपकी सामग्री की देखभाल करते हैं। जनसांख्यिकीय डेटा, व्यवहार, और बहुत विशिष्ट रुचियों के आधार पर संभावित पाठकों और ग्राहकों को लक्षित करने की क्षमता, सोशल मीडिया विज्ञापन की सबसे बड़ी ताकत है।

    लेकिन सामाजिक विज्ञापन सामग्री को बढ़ावा देने तक सीमित नहीं हैं; वे उत्पादों को विज्ञापित करने, अपनी वेबसाइट या ऑनलाइन दुकान पर ट्रैफ़िक चलाने, या अपने ईमेल अभियानों के लिए संपर्क जानकारी एकत्र करने का भी एक शानदार तरीका हैं।

    इस गाइड में, आप सीख सकते हैं कि कई प्रमुख प्लेटफार्मों में क्या संभव है और यह जानने के लिए कि आपके संदेश और आपके दर्शकों के लिए कौन से प्लेटफ़ॉर्म सही है, इसका मूल्यांकन कैसे करें। अगले पन्ने पर हम छह प्रमुख सामाजिक मीडिया प्लेटफार्मों को कवर करते हैं: फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, Pinterest, स्नैपचैट, और लिंक्डइन। इनमें से प्रत्येक साइट में 100 मिलियन से अधिक मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता ..

    यह मार्गदर्शिका Udacity डिजिटल मार्केटिंग नैनोडीग्री प्रोग्राम से एक संक्षिप्त अंश है - एक व्यापक और अत्यधिक इंटरैक्टिव पाठ्यक्रम जो आपको एक डिजिटल मार्केटर बनने के बारे में जानने की आवश्यकता है। तो आप काग्रेस को बेहतर सपोर्ट कर सकते है

    फ़िलहाल मै डिजिटल मार्केटिंग की ये लिंक दे रहा हु, जहा से आप डाउनलोड कर के आराम से पड़ सकते है ..
    सबके अपने अपने लोजिक है, लेकिन मै क्या करता हु वो बता दू, मै संघियों से दोस्ती करता हु, जिससे ये पता
    चलता है की अब नया मुद्दा क्या आने वाला है वो पता चल जाता है, वो किस तरीके से viyral कर रहे है, उसका अंदाज मिल जाता है, जो ब्लागर भाई है, वो ऐसे पोस्ट के जवाब अपने ब्लॉग पर लिखे, क्यों की लोग खोज रहे है जवाब, अभी भाई की पोस्ट ग्रुप में चल रही थी, मैंने जवाब १ साल पहले लिखा था , इस ग्रुप में कुछ सम्मानित महिलाये भी है, जिन्हें ये टोपिक पसंद नहीं आया , लेकिन सच क्या है वो पता नहीं , आप इस लिंक पर जा कर देख सकते है कितने लाख शेयर है, अब क्या कीजियेगा, लेकिन हमको लड़ना है, जिस पर आज भी काग्रेस काम नहीं कर रही है, क्यों की काग्रेस सिर्फ प्रोफेसनल लोगो को ले कर काम कर रहे है, किसी ब्रांड वाले को ले कर नहीं, तो ब्रांड बनाने में हम आप ही काग्रेस का सहयोग करे, आप काग्रेस samrtith पोस्ट को अगर एक काग्रेसी ही लाइक या कमेन्ट करे तो मजा नहीं अगुमेंट का, विरोधी विचार धारा का आना बहुत जरुरी है, तभी आप की कलम चलेगी,

    फ़िलहाल सभी सोसल मिडिया के दिग्गज आ रहे है, कुछ के पेज है, कुछ के ग्रुप, आप कैसे पोस्ट को वायरल करते है , क्या आप को संघ के पक्ष में लिखने वाले को जानते है, उनके पोस्ट पर कैसे इतनी लाइक आ जाती है और शेयर आ जाती है, उसके लिए ये नोट बुक पड़े... ये भी काम लग सकती है

    कुछ आप को और समझना हो मेल कर सकते है, आप का काम फ्री के सपोर्ट करने के लिए तयार हु , बस आप लिखते रहे, लेकिन फेसबुक के आलावा गूगल भी है, उसके भी खंगालते रहे, की आप का नाम गूगल में आया की नहीं, जिस दिन आप वो प्रयास कर लेगे आप सच्चे काग्रेसी हो जायेगे, क्यों की इस टेकनोलाजी की जनक काग्रेस ही है

    फ़िलहाल अभी ग्रुप में एक मित्रने पूछा था वही लिख रहा हु भाग दो

    कश्मीर का मसला 1


    जय काग्रेस

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