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    स्व राजीव गाँधी जी के नये भारत का सपना शार्ट में

    विनय यदुवंश is with Delhi Pradesh Yadav Mahasabha II and 19 others at India Gate.
    23 hrs · New Delhi, India ·

    मेरी कलम से
    विनय यदुवंश
    स्व राजीव गाँधी जी के नये भारत का सपना शार्ट में ---
    राजीव गाँधी जी का जन्म 20 अगस्त 1944 को बम्बई में हुआ था ,वे सिर्फ तीन वर्ष के थे जब उनके दादा जी 

    राजीव गाँधी जी की रूचि जहाज उड़ाने में फोटोग्राफी में और आधुनिक संगीत व रेडियो सुनना काफी पसंद था .
    कैम्ब्रिज में पढाई करते वक्त राजीव गाँधी जी की मुलाकात इतालवी सोनिया मैनो (वर्तमान सोनिया गाँधी ) से हुई थी जो उस समय वहाँ पर अंग्रेजी की पढाई कर रही थी बाद मे 1968 में दोनों ने शादी कर ली .
    (पंडित जवाहर लाल नेहरु ) स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने , यह बात स्पस्ट रूप से जानने को मिलती है की राजीव गाँधी जी को राजनीति में अपने करियर बनाने में कोई दिलचस्पी नही थी उनके सहपाठियों के अनुसार उनके पास दर्शन ,राजनीति और इतिहास की पुस्तके न होकर बल्कि विज्ञानं और इंजीनियरिंग की पुस्तके हुई करती थी .

    वर्ष 1980 में एक विमान दुर्घटना में उनके भाई संजय गाँधी की मौत ने सार्री परिस्थियाँ बदल के रख दी . जिसके बाद उन पर राजनीति में प्रवेश करने व अपनी माँ के सहयोग करने का दबाब बनने लगा .
    सबसे पहले तो श्री गाँधी राजनीति में आने को तैयार नही हुए लेकिन बाद में तमाम लोगो के तर्को को समझते हुए राजनीति में प्रवेश लिए और सबसे पहले उन्होंने अपने भाई की मृत्यु के कारण खाली हुए उत्तर प्रदेश के अमेठी संसदीय क्षेत्र से उपचुनाव जीता .

    नवम्बर 1982 में जब भारत ने एशियाई खेलो की मेजबानी की थी जिसमे स्टेडियम निर्माण और बुनियादी सुविधाए उपलब्ध कराने सम्बन्धी वर्षो पहले किये गये वादे को पूरा किया गया था . और ये काम पूरा कराने की जिम्मेदारी श्री गाँधी को दी गयी थी जिसको उन्होंने अपनी दक्षता और निर्बाध समन्वय का प्रदर्शन करते हुए इस चुनौती पूर्ण कार्य को समय रहते ही समपन्न किया .

    31 अक्टूबर 1984 को अपनी माँ की क्रूर हत्या के बाद वे कांग्रेस अध्यक्ष और देश के प्रधानमंत्री बने . व्यक्तिगत रूप से इतने दुखी होने के बावजूद भी श्री गाँधी ने संतुलन ,मर्यादा एवं संयम के साथ रास्ट्रीय जिम्मेदारी का निर्वहन अच्छे से किया |

    कहते हैं की महीने भर के लम्बे चुनाव अभियान के दौरान श्री गाँधी ने पृथ्वी के परिधि के डेढ़ गुना के बराबर यात्रा करते हुए देश में लगभग 250 से अधिक सभाए की एवं लाखो लोगो से आमने सामने मिले |

    राजीव गाँधी की युवा पीढ़ी को लेकर आशा , रोजगारन्मुखी नई शिक्षा निति आरम्भ करने की उमंग व् 21 वीं सदी में प्रवेश रास्ट्र को तैयार करने की उत्कृष्ट उर्जा व् असीम अभिलाषा उनके भाषणों से छनकर बाहर आती हैं |
    1988 में उन्होंने वोटिंग ऐज 21 वर्ष से घटाकर 18 साल कर युवाओ को मताधिकार के प्रयोग का अवसर दिया |
    श्री गाँधी हमेशा कहते थे "युवा शक्ति मतलब राजनैतिक शक्ति "

    उनके व्यक्तिव का प्रभाव इतना था की अमेरिकी रास्ट्रपति रीगन खुद हाथ में छाता लिए हुए व्हाइट हाउस से उन्हें उनकी गाड़ी तक छोड़ने आये . ऐसे में आप सब खुद ही सोच सकते हैं की श्री गाँधी का व्यक्तित्व कैसा रहा होगा . जो दुनिया के महान देश के प्रमुख रास्ट्रअध्यक्ष से इतना सम्मान पाए .

    आज श्री गाँधी की पुण्यतिथि तिथि पर उनके बारे में चंद लाइन लिखते हुए बार बार सलाम करता हूँ
    धन्यवाद

    विनय यदुवंश

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