चीनी मीडिया ने भारत विकास दर गिरने पर किया कटाक्ष
भारत के जीडीपी विकास दर में आई कमी पर चीनी मीडिया ने कटाक्ष किया है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि भारत का विकास...
भारत के जीडीपी विकास दर में आई कमी पर चीनी मीडिया ने कटाक्ष किया है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि भारत का विकास दर 6.1 फीसदी तक घटना नोटबंदी जैसे सुधार उपायों का नतीजा है, जो कि ‘अपने पैर पर कुल्हाड़ी’ मारने जैसा था.
चीनी मुख्यपत्र के संवाददाता शियाओ शिन ने लिखा है, ‘ऐसा लगता है कि ‘ड्रैगन बनाम हाथी’ की रेस में भारत पिछड़ गया है. भारतीय अर्थव्यवस्था में अप्रत्याशित गिरावट से चीन एक बार फिर दुनिया की सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था बन गया है.’
मार्च तिमाही में भारत ने सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का तमगा चीन के हाथों गंवा दिया है। बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर घटकर 6.1 प्रतिशत पर आ गई है। जनवरी-मार्च तिमाही में चीन की वृद्धि दर 6.9 प्रतिशत रही है। हालांकि सालाना आधार पर 2016-17 में भारत की वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रही है।
शिन ने साथ ही लिखा है, ‘यह तथ्य ये भी दिखाते हैं कि अर्थव्यवस्था पर नोटबंदी का कितना खराब असर दिख रहा है. इसे देखकर यह कहा जा सकता है कि भारत सरकार को नवंबर में लिए गए (नोटबंदी जैसे) सख्त उपायों से पहले गंभीरता से विचार करना चाहिए. भारत को खुशहाली की तरफ ले जाने के लिए सामाजिक-आर्थिक सुधारों के सख्त कदम भले ही बेहद जरूरी हैं, लेकिन इस तरह के शॉक ट्रीटमेंट से बचा जाना चाहिए, क्योंकि ज्यादातर भारतीय अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए नकदी पर ही निर्भर रहते हैं.’
‘2017-18 की पहली तिमाही में भारत सबसे तेज प्रमुख अर्थव्यवस्था का तमगा फिर हासिल कर लेगा। यदि आप 2016-17 के वित्त वर्ष को देखें तो हम चीन से आगे रहे हैं। तिमाही आधार पर हम मौजूदा तिमाही में इसे फिर पा लेंगे।’ पनगढ़िया ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में वृद्धि रफ्तार पकड़ेगी और यह कम से कम 7.5 प्रतिशत रहेगी। आने वाले वर्षों में यह और तेजी से बढ़ेगी।
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चीनी मुख्यपत्र के संवाददाता शियाओ शिन ने लिखा है, ‘ऐसा लगता है कि ‘ड्रैगन बनाम हाथी’ की रेस में भारत पिछड़ गया है. भारतीय अर्थव्यवस्था में अप्रत्याशित गिरावट से चीन एक बार फिर दुनिया की सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था बन गया है.’
मार्च तिमाही में भारत ने सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का तमगा चीन के हाथों गंवा दिया है। बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर घटकर 6.1 प्रतिशत पर आ गई है। जनवरी-मार्च तिमाही में चीन की वृद्धि दर 6.9 प्रतिशत रही है। हालांकि सालाना आधार पर 2016-17 में भारत की वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रही है।
शिन ने साथ ही लिखा है, ‘यह तथ्य ये भी दिखाते हैं कि अर्थव्यवस्था पर नोटबंदी का कितना खराब असर दिख रहा है. इसे देखकर यह कहा जा सकता है कि भारत सरकार को नवंबर में लिए गए (नोटबंदी जैसे) सख्त उपायों से पहले गंभीरता से विचार करना चाहिए. भारत को खुशहाली की तरफ ले जाने के लिए सामाजिक-आर्थिक सुधारों के सख्त कदम भले ही बेहद जरूरी हैं, लेकिन इस तरह के शॉक ट्रीटमेंट से बचा जाना चाहिए, क्योंकि ज्यादातर भारतीय अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए नकदी पर ही निर्भर रहते हैं.’
‘2017-18 की पहली तिमाही में भारत सबसे तेज प्रमुख अर्थव्यवस्था का तमगा फिर हासिल कर लेगा। यदि आप 2016-17 के वित्त वर्ष को देखें तो हम चीन से आगे रहे हैं। तिमाही आधार पर हम मौजूदा तिमाही में इसे फिर पा लेंगे।’ पनगढ़िया ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में वृद्धि रफ्तार पकड़ेगी और यह कम से कम 7.5 प्रतिशत रहेगी। आने वाले वर्षों में यह और तेजी से बढ़ेगी।
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पी चिदंबरम ने मोदी सरकार पर बोला हमला, मेरी भविष्यवाणी सही - Rochakkhabare (कटूपहास) (प्रेस विज्ञप्ति) (पंजीकरण) (ब्लॉग)
(कटूपहास) (प्रेस विज्ञप्ति) (पंजीकरण) (ब्लॉग)पी चिदंबरम ने मोदी सरकार पर बोला हमला,
मेरी भविष्यवाणी सही(कटूपहास) (प्रेस विज्ञप्ति) (पंजीकरण) (ब्लॉग)देश की विकास दर पर नोटबंदी के असर को लेकर पूर्व वित्त मंत्री ने मोदी सरकार हमला बोला है। चिदंबरम ने केंद्रीय सांख्यिकी संगठन आंकड़े के हवाले से कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की धीमी विकास दर को लेकर की गई उनकी भविष्यवाणी सही थी और नोटबंदी ने इसे और भी बदतर बना दिया। नोटबंदी की मार देश की अर्थव्यवस्था पर दिखाई दी है। मार्च 2017 में समाप्त चौथी तिमाही के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) दर घटकर 6.1 फीसदी रही जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह सात फीसदी थी। चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, “मैंने कहा था नोटबंदी से देश की विकास दर 1 से 1.5 फीसदी प्रभावित होगी, जबकि जीवीए में 1.3 ...और अधिक »
मेरी भविष्यवाणी सही(कटूपहास) (प्रेस विज्ञप्ति) (पंजीकरण) (ब्लॉग)देश की विकास दर पर नोटबंदी के असर को लेकर पूर्व वित्त मंत्री ने मोदी सरकार हमला बोला है। चिदंबरम ने केंद्रीय सांख्यिकी संगठन आंकड़े के हवाले से कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की धीमी विकास दर को लेकर की गई उनकी भविष्यवाणी सही थी और नोटबंदी ने इसे और भी बदतर बना दिया। नोटबंदी की मार देश की अर्थव्यवस्था पर दिखाई दी है। मार्च 2017 में समाप्त चौथी तिमाही के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) दर घटकर 6.1 फीसदी रही जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह सात फीसदी थी। चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, “मैंने कहा था नोटबंदी से देश की विकास दर 1 से 1.5 फीसदी प्रभावित होगी, जबकि जीवीए में 1.3 ...और अधिक »
सरकार के सुधारों को स्वीकार कर रहा है बाजार' - Business Standard Hindi
सरकार के सुधारों को स्वीकार कर रहा है बाजार' सकल
घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के पुनरीक्षित अनुमान में अर्थव्यवस्था में सुस्ती नजर आ रही है। नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पानगडिया ने ईशान बख्शी और संजीव मुखर्जी से बातचीत में अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं के बारे में बताया। प्रमुख अंश... केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के पुनरीक्षित अनुमान से पता चलता है कि जीडीपी चौथी तिमाही में 6.1 प्रतिशत रही है। क्या अब हम नोटबंदी का तगड़ा असर देख रहे हैं? सबसे पहले मैंं यह कहना चाहूंगा कि पूरे साल 2016-17 के दौरान जीडीपी वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रही है। इसने उन सभी लोगों की घोषणाओं को पीछे छोड़ दिया है, जो अनुमान लगा रहे थे ...और अधिक »
घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के पुनरीक्षित अनुमान में अर्थव्यवस्था में सुस्ती नजर आ रही है। नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पानगडिया ने ईशान बख्शी और संजीव मुखर्जी से बातचीत में अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं के बारे में बताया। प्रमुख अंश... केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के पुनरीक्षित अनुमान से पता चलता है कि जीडीपी चौथी तिमाही में 6.1 प्रतिशत रही है। क्या अब हम नोटबंदी का तगड़ा असर देख रहे हैं? सबसे पहले मैंं यह कहना चाहूंगा कि पूरे साल 2016-17 के दौरान जीडीपी वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रही है। इसने उन सभी लोगों की घोषणाओं को पीछे छोड़ दिया है, जो अनुमान लगा रहे थे ...और अधिक »
जीडीपी फिसली, चीनी मीडिया का तंज, ड्रैगन बनाम हाथी रेस में पिछड़ा भारत - नवभारत टाइम्स
नवभारत टाइम्सजीडीपी फिसली, चीनी मीडिया का तंज, ड्रैगन बनाम हाथी रेस में पिछड़ा भारतनवभारत
टाइम्सचौथी तिमाही में जीडीपी के ताजा आंकड़े सामने आने के बाद चीन की सरकारी मीडिया ने भारत पर तंज कसा है। जीडीपी विकास दर में आई गिरावट को चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने ड्रैगन बनाम हाथी की रेस में भारत का पिछड़ना बताया है। चीनी मीडिया ने भारत की जीडीपी को मिले इस झटके लिए नोटबंदी जैसे आर्थिक सुधार के कदमों को जिम्मेदार ठहराया है। मार्च 2017 में समाप्त चौथी तिमाही के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) दर घटकर 6.1 फीसदी रही जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह सात फीसदी थी। सीएसओ के ताजे आंकड़ों को ही ग्लोबल टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट में तंज का आधार बनाया गया है ...और अधिक »
टाइम्सचौथी तिमाही में जीडीपी के ताजा आंकड़े सामने आने के बाद चीन की सरकारी मीडिया ने भारत पर तंज कसा है। जीडीपी विकास दर में आई गिरावट को चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने ड्रैगन बनाम हाथी की रेस में भारत का पिछड़ना बताया है। चीनी मीडिया ने भारत की जीडीपी को मिले इस झटके लिए नोटबंदी जैसे आर्थिक सुधार के कदमों को जिम्मेदार ठहराया है। मार्च 2017 में समाप्त चौथी तिमाही के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) दर घटकर 6.1 फीसदी रही जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह सात फीसदी थी। सीएसओ के ताजे आंकड़ों को ही ग्लोबल टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट में तंज का आधार बनाया गया है ...और अधिक »
अगले दो सालों में 8 फीसद की विकास दर से बढ़ेगी भारतीय अर्थव्यवस्था: अरविंद पनगढ़िया - Jansatta
अगले दो सालों में 8 फीसद की विकास दर से बढ़ेगी भारतीय अर्थव्यवस्था: अरविंद पनगढ़िया आर्थिक विकास
के ताजा आंकडों को लेकर नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने सकारात्मक बात कही है। जनसत्ता ऑनलाइन नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया. अर्थव्यवस्था की स्थिति पर ताजा आंकड़ें चिंता का विषय है। वहीं इन आंकडों को लेकर नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने सकारात्मक बात कही है। समाचार एजंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने दावा किया है कि इस वित्त वर्ष विकास दर 7.5 फीसद तक रहेगी। वहीं उन्होंने यह भी कहा है कि अगले दो सालों में ग्रोथ रेट 8 फीसद पर पहुंचेगा। इसके अलावा पनगढ़िया ने ...और अधिक »
के ताजा आंकडों को लेकर नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने सकारात्मक बात कही है। जनसत्ता ऑनलाइन नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया. अर्थव्यवस्था की स्थिति पर ताजा आंकड़ें चिंता का विषय है। वहीं इन आंकडों को लेकर नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने सकारात्मक बात कही है। समाचार एजंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने दावा किया है कि इस वित्त वर्ष विकास दर 7.5 फीसद तक रहेगी। वहीं उन्होंने यह भी कहा है कि अगले दो सालों में ग्रोथ रेट 8 फीसद पर पहुंचेगा। इसके अलावा पनगढ़िया ने ...और अधिक »
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'सरकार के सुधारों को स्वीकार कर रहा है बाजार' - Business Standard Hindi
Business Standard Hindi'सरकार के सुधारों को स्वीकार कर रहा है बाजार'Business Standard Hindiसकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के पुनरीक्षित अनुमान में अर्थव्यवस्था में सुस्ती नजर आ रही है। नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पानगडिया ने ईशान बख्शी और संजीव मुखर्जी से बातचीत में अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं के बारे में बताया। प्रमुख अंश... केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के पुनरीक्षित अनुमान से पता चलता है कि जीडीपी चौथी तिमाही में 6.1 प्रतिशत रही है। क्या अब हम नोटबंदी का तगड़ा असर देख रहे हैं? सबसे पहले मैंं यह कहना चाहूंगा कि पूरे साल 2016-17 के दौरान जीडीपी वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रही है। इसने उन सभी लोगों की घोषणाओं को पीछे छोड़ दिया है, जो अनुमान लगा रहे थे ...और अधिक »
जीडीपी फिसली, चीनी मीडिया का तंज, ड्रैगन बनाम हाथी रेस में पिछड़ा भारत - नवभारत टाइम्स
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अगले दो सालों में 8 फीसद की विकास दर से बढ़ेगी भारतीय अर्थव्यवस्था: अरविंद पनगढ़िया - Jansatta
Jansattaअगले दो सालों में 8 फीसद की विकास दर से बढ़ेगी भारतीय अर्थव्यवस्था: अरविंद पनगढ़ियाJansattaआर्थिक विकास के ताजा आंकडों को लेकर नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने सकारात्मक बात कही है। Author जनसत्ता ऑनलाइन June 2, 2017 13:20 pm. 0. Shares. Facebook · Twitter · Google Plus · Whatsapp. नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया. अर्थव्यवस्था की स्थिति पर ताजा आंकड़ें चिंता का विषय है। वहीं इन आंकडों को लेकर नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने सकारात्मक बात कही है। समाचार एजंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने दावा किया है कि इस वित्त वर्ष विकास दर 7.5 फीसद तक रहेगी। वहीं उन्होंने यह भी कहा है कि अगले दो सालों में ग्रोथ रेट 8 फीसद पर पहुंचेगा। इसके अलावा पनगढ़िया ने ...और अधिक »
3 साल पूरा होने पर बोले पनगढ़िया, सरकार का कार्यकाल खत्म होने तक 8 फीसद होगी GDP ग्रोथ - दैनिक जागरण
दैनिक जागरण3 साल पूरा होने पर बोले पनगढ़िया, सरकार का कार्यकाल खत्म होने तक 8 फीसद होगी GDP ग्रोथदैनिक जागरणनई दिल्ली (जेएनएन)। नरेंद्र मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने पर मीडिया को संबोधित करते हुए नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने कहा कि सरकार को नाजुक अर्थव्यवस्था विरासत में मिली है। उन्होंने कहा, “हम कई मायनों में आगे बढ़े हैं। बहुत सी अच्छी चीजें हुई हैं, विकास में सुधार आया है और एफडीआई में भी उछाल दिखा है।” जीडीपी पर बोले पनगढ़िया: सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पर बोलते हुए अरविंद पनगढ़िया ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में विकास दर 7.5% के आसपास रहने की उम्मीद है। वहीं सरकार के मौजूदा कार्यकाल के पूरा होने तक जीडीपी ग्रोथ रेट के 8 फीसद तक पहुंचने की उम्मीद है। आपको ...और अधिक »
जीडीपी में गिरावट: चिदंबरम बोले- नोटबंदी पर मेरा और मनमोहन का उड़ाया था मज़ाक, अब सच है सामने - India.com हिंदी
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नोटबंदी पर सरकार के बचाव में उतरे के असर मुख्य सांख्यिकीविद टीसीए अनंत, आर्थिक विश्लेषकों की खिंचार्इ की - प्रभात खबर
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नोटबंदी के प्रभाव के बारे में आकलन बढ़ा-चढ़ाकर किया गया: अनंत - पंजाब केसरी
पंजाब केसरीनोटबंदी के प्रभाव के बारे में आकलन बढ़ा-चढ़ाकर किया गया: अनंतपंजाब केसरीनई दिल्लीः मुख्य सांख्यिकीविद् टीसीए अनंत ने कहा कि नोटबंदी का जी.डी.पी. वृद्धि पर पडऩे वाले प्रभाव के बारे में विश्लेषकों के एक तबके ने जो आकलन किया था, वह बढ़ा-चढ़ाकर किया गया और भ्रामक था। उन्होंने कहा कि विश्लेषण पहले से बनाई गई धारणा पर आधारित था। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसआे) ने पिछले वित्त वर्ष के लिए कल राष्ट्रीय लेखा का आंकड़ा जारी किया। इसके अनुसार 2016-17 की चौथी तिमाही में सकल मूल्य वद्र्धन (जीवीए) वृद्धि घटकर 5.6 पर आ गई जो एक साल पहले इसी तिमाही में 8.7 प्रतिशत थी। कई अर्थशास्त्रियों और विश्लेषकों ले आर्थिक वृद्धि में गिरावट का कारण ...और अधिक »
पहले ही कहा था नोटबंदी से प्रभावित होगी विकास दरः चिदंबरम - Nai Dunia
Nai Duniaपहले ही कहा था नोटबंदी से प्रभावित होगी विकास दरः चिदंबरमNai Duniaनई दिल्ली। नोटबंदी के बाद देश की जीडीपी में आई गिरावट को लेकर केंद्र सरकार भले की कुछ कह रहीं हो लेकिन कांग्रेस ने इसे लेकर सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा है कि मैंने पहले ही कह दिया था कि नोटबंदी की वजह से जीडीपी में गिरावट आएगी और मेरी बात सही निकली। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी नोटबंदी की वजह से आर्थिक विकास दर में आई गिरावट को लेकर सरकार पर प्रहार करते हुए आंकड़ों में हेरा-फेरी का आरोप लगाया है। पार्टी ने कहा कि वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही में जीडीपी दर गिरकर 6.1 फीसद आने से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की आशंका सच साबित हुई है।और अधिक »
चीन ने भारत पर किया कटाक्ष,कहा,' नोटबंदी पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा फैसला' - Hindi Khabar
Hindi Khabarचीन ने भारत पर किया कटाक्ष,कहा,' नोटबंदी पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा फैसला'Hindi Khabarनई दिल्ली। नोटबंदी को लेकर विपक्ष से घिरे मोदी को अब चीनी मीडिया ने भी ताना मारा है। भारत के जीडीपी विकास दर में आई कमी पर चीनी मीडिया ने कटाक्ष किया है। चीन के एक अखबार ने लिखा है कि भारत का विकास दर 6.1 फीसदी तक घटना नोटबंदी जैसे सुधार उपायों का नतीजा है, जो कि 'अपने पैर पर कुल्हाड़ी' मारने जैसा था। यह भी पढ़ें- पिछले दो साल में चीन ने अमेरिका के 18 जासूसों को मार डाला. चीनी मुख्यपत्र के शियाओ शिन ने लिखा है कि ऐसा लगता है कि 'ड्रैगन बनाम हाथी' की रेस में भारत पिछड़ गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था में अप्रत्याशित गिरावट से चीन एक बार फिर दुनिया की सबसे तेजी से ...और अधिक »
हाथी vs ड्रैगन रेस : चीनी सरकारी मीडिया ने भारत पर किया कटाक्ष - एनडीटीवी खबर
एनडीटीवी खबरहाथी vs ड्रैगन रेस : चीनी सरकारी मीडिया ने भारत पर किया कटाक्षएनडीटीवी खबरदरअसल चौथी तिमाही में भारत के जीडीपी विकास दर में आई गिरावट पर तंज कसा गया है. अतुल चतुर्वेदी द्वारा लिखित, अंतिम अपडेट: शुक्रवार जून 2, 2017 11:52 AM IST. ईमेल करें. टिप्पणियां. हाथी vs ड्रैगन रेस : चीनी सरकारी मीडिया ने भारत पर किया कटाक्ष. प्रतीकात्मक तस्वीर. खास बातें. चौथी तिमाही में विकास दर में गिरावट दर्ज की गई; चौथी तिमाही में भारत की यह दर 6.1 प्रतिशत रही; ग्लोबल टाइम्स में किया गया कटाक्ष. भारत के जीडीपी के आंकड़े सार्वजनिक होने के बाद चीनी सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने भारत पर कटाक्ष किया है. दरअसल चौथी तिमाही में भारत के जीडीपी विकास दर में आई गिरावट पर ...और अधिक »
अर्थव्यवस्था की जमीन - नवभारत टाइम्स
नवभारत टाइम्सअर्थव्यवस्था की जमीननवभारत टाइम्सदेश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के ताजा आंकड़े ने सरकार के दावों पर सवालिया निशान लगा दिया है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय के अनुसार मार्च में खत्म हुई वित्त वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही के दौरान जीडीपी ग्रोथ 6.1 फीसदी पर आ गई। इसके पहले वाली तिमाही में यह 7.1 प्रतिशत थी। इस गिरावट के लिए नोटबंदी को जिम्मेदार माना जा रहा है। सरकार ने पिछले साल नवंबर में पांच सौ और एक हजार के नोटों को चलन से बाहर कर दिया था, जिसका सीधा असर ग्रोथ रेट पर पड़ा क्योंकि इस दौरान आर्थिक गतिविधियों को गहरा झटका लगा। नकदी के अभाव में लोगों ने खरीदारी कम कर दी, जिससे बाजार में मांग एकदम ...और अधिक »
मेरी भविष्यवाणी सही, नोटबंदी से विकास दर प्रभावित : पी चिदंबरम - Sanjeevni Today
Sanjeevni Todayमेरी भविष्यवाणी सही, नोटबंदी से विकास दर प्रभावित : पी चिदंबरमSanjeevni Todayनई दिल्ली। देश के विकास पर नोटबंदी के असर को लेकर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मोदी सरकार पर करारा हमला बोला है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के आंकड़े के हवाले से कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की धीमी विकास दर को लेकर की गई उनकी भविष्यवाणी सही थी और नोटबंदी ने इसे और भी बदतर बना दिया। चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, "मैंने कहा था नोटबंदी से देश की विकास दर 1 से 1.5 फीसदी प्रभावित होगी, जबकि जीवीए में 1.3 फीसदी की कमी आएगा। अर्थव्यवस्था की रफ्तार जुलाई 2016 से धीमी पड़नी शुरू हो गई थी।" नोटबंदी की मार देश की अर्थव्यवस्था पर दिखाई दी है। मार्च 2017 में समाप्त चौथी ...और अधिक »
जीडीपी दर में गिरावट के पीछे नोटबंदी को वजह बताना गलत- अरुण जेटली - Oneindia Hindi
Oneindia Hindiजीडीपी दर में गिरावट के पीछे नोटबंदी को वजह बताना गलत- अरुण जेटलीOneindia Hindiनई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जीडीपी की वुद्धि दर में गिरावट के पीछे नोटबंदी का प्रभाव होने की बात को नकार दिया है। वित्त मंत्री ने कहा कि जीडीपी में गिरावट की कई अन्य वजहें हैं इसके लिए नोटबंदी को वजह बताना गलत है। चौथी तिमाही में आई जीडीपी में गिरावट पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। वैश्विक हालात समेत कई कारणों से आई जीडीपी में गिरावट. Related Videos · प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को क्या सिला देगी उनकी अमरकंटक की यात्रा? 03:10 · प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को क्या सिला देगी उनकी अमरकंटक की यात्रा? बजट 2017 : किचन की ...और अधिक »
भारत फिर बनेगा सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाः पनगढ़िया - Newsroompost
Newsroompostभारत फिर बनेगा सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाः पनगढ़ियाNewsroompostनई दिल्ली, 2 जून। वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में भारत चीन को पछाड़कर सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था का तमगा फिर से हासिल कर लेगा। यह बात भारत सरकार के थिंक टैंक कहे जाने वाले नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने कही है। Arvind Panagariya ASSOCHAM 18th JRD Tata Memorial Lecture. अरविंद पनगढ़िया ने कहा, “वार्षिक आधार पर भारत अभी भी चीन से आगे है। नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले तीन साल में जिन सुधार कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया है उनसे भारतीय अर्थव्यवस्था फिर तेज वृद्धि की राह पर होगी। वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में भारत सबसे तेज प्रमुख अर्थव्यवस्था का तमगा ...और अधिक »
GDP में आई गिरावट पर चीन के कसा तंज, कहा 'नोटबंदी अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा कदम' - Medhaj News
Medhaj NewsGDP में आई गिरावट पर चीन के कसा तंज, कहा 'नोटबंदी अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा कदम'Medhaj Newsहाल ही में केंद्र सरकार द्वारा जारी आंकड़ो में सामने आया है कि पिछले साल की तुलना में इस साल भारत की GDP की दर में भारी गिरावट आई है। भारत की विकास दर 6.1 फीसदी हो गई है। इसी पर पहले विपक्ष और अब विदेशी मीडिया केंद्र सरकार को आड़े हाथों ले रही हैं। हाल ही में चीन के सरकार अखबर ने GDP में आई गिरावट को नोटबंदी का नतीजा माना है। चीनी मीडिया ने इसपर कटाक्ष करते हुए कहा कि अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा था। चीन के एक संवाददाता ने लिखा, “ऐसा लगता है कि 'ड्रेगन बनाम हाथी' की रेस में भारत पिछड़ गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था में अप्रत्याशित गिरावट से चीन एक बार फिर दुनिया ...और अधिक »
चीन ने भारत का उड़ाया मजाक, कहा- 'अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारी' - Khabar NonStop
Khabar NonStopचीन ने भारत का उड़ाया मजाक, कहा- 'अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारी'Khabar NonStopनई दिल्ली। चीन भारत से किस हद तक प्रतिस्पर्धा करता है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह भारत पर कटाक्ष करने का कोई मौका नहीं छोड़ता। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने भारत द्वारा नोटबंदी के निर्णय का मजाक उड़ाते हुए कहा कि भारत ने अपने पैर पर खुद ही कुल्हाड़ी मार ली है। भारत की विकास दर गिरी. दरअसल भारत की विकास दर गिरकर 6.1 पर आ गई है और इस गिरावट के पीछे सबसे बड़ी वजह नोटबंदी को बताया जा रहा है। इसी मुद्दे पर कटाक्ष करते हुए चीन के सरकारी अखबार ने अपने एक संपादकीय में कहा कि ड्रैगन बनाम हाथी की रेस में हाथी पिछड़ गया है। बता दें कि भारत की अर्थव्यवस्था ...और अधिक »
जीडीपी ग्रोथ स्लो होने पर चीन ने कसा तंज, नोटबंदी को बताया देश के लोगों के लिए शॉक ट्रीटमेंट - Angwaal News
Angwaal Newsजीडीपी ग्रोथ स्लो होने पर चीन ने कसा तंज, नोटबंदी को बताया देश के लोगों के लिए शॉक ट्रीटमेंटAngwaal Newsनई दिल्लीः भारत के जीडीपी ग्रोथ में पिछड़ने के बाद चीन ने नोटबंदी के फैसले पर करारा प्रहार किया है। चीनी मीडिया ने भारत की जीडीपी ग्रोथ में आई कमी पर कमेंट करते हुए नोटबंदी को शॉक ट्रीटमेंट करार दिया है और कहा है कि यह अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा फैसला था। भारत की इकॉनमी और नोटबंदी के बारे में चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में एक लेख छपा है, जिसमें यह सारी बातें कही गई हैं। नकदी पर ही निर्भर रहते हैं भारतीय. ग्लोबल टाइम्स के संवाददाता शियाओ शिन ने भारत को खुशहाली की तरफ ले जाने के लिए सामाजिक-आर्थिक सुधारों के सख्त कदम भले ही बेहद जरूरी हैं, लेकिन इस ...और अधिक »
GDP के ताजा आंकड़े पर चिदंबरम बोले, मैंने पहले ही कहा था नोटबंदी का पड़ेगा बुरा असर - Firstpost Hindi
Firstpost HindiGDP के ताजा आंकड़े पर चिदंबरम बोले, मैंने पहले ही कहा था नोटबंदी का पड़ेगा बुरा असरFirstpost Hindiकांग्रेस ने कहा कि जीडीपी के ताजा आंकड़े ने मोदी सरकार के झूठ को उजागर कर दिया है. Bhasha | Published On: Jun 02, 2017 09:51 AM IST | Updated On: Jun 02, 2017 09:51 AM IST. GDP के ताजा आंकड़े पर चिदंबरम बोले, मैंने पहले ही कहा था नोटबंदी का पड़ेगा. कांग्रेस ने कहा कि जीडीपी के ताजा आंकड़े ने मोदी सरकार के झूठ को उजागर कर दिया है. कांग्रेस ने कहा, एनडीए सरकार ने अपनी विफलता से लोगों का ध्यान आकषिर्त करने की कोशिश की थी और उसे इस बात का उत्तर देना है कि आखिर भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी क्यों पड़ रही है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जीडीपी में गिरावट को लेकर सरकार की ...और अधिक »
GDP विकास दर गिरने की कई वजह, सिर्फ नोटबंदी जिम्मेदार नहीं: जेटली - Sanjeevni Today
Sanjeevni TodayGDP विकास दर गिरने की कई वजह, सिर्फ नोटबंदी जिम्मेदार नहीं: जेटलीSanjeevni Todayनई दिल्ली। मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने पर जेटली ने मीडिया से कहा कि जनवरी-मार्च के महीने में GDP विकास दर गिरने की कई वजह हैं। इसके लिए सिर्फ नोटबंदी जिम्मेदार नहीं। सुस्ती नोटबंदी से पहले ही थी। सर्विसेज और फाइनेंशियल सेक्टर सामान्यत: 9-10 फीसदी की रफ्तार से बढ़ते हैं। लेकिन नोटबंदी से पहले इनकी रफ्तार कमजोर पड़ गई थी। बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार मार्च तिमाही में ग्रोथ रेट 6.1% और पूरे 2016-17 में 7.1% रही थी। सालाना ग्रोथ तीन साल में सबसे कम है। जेटली ने कहा कि 7-8% ग्रोथ रेट ग्लोबल पैमाने पर बहुत अच्छा है। वित्त मंत्री ने इस बात से इनकार करते हुआ कहा कि GST ...और अधिक »